मै अक्सर सुनता हूँ की अमिताभ बच्चन ने जब से नीलम धारण किया उनके वारे न्यारे हो गए ! और ऐसा इसलिए भी लगता है क्योकि नीलाम पहनने के मात्र पहले तक उन्हे अपने जीवन में अत्यधिक समस्याओ का सामना करना पड़ा था ! और नीलम पहनने के तुरंत बाद से ही उनके जीवन में स्थिरता प्रारम्भ हो गयी और वह आज किस मुकाम पर है, मुझे बताने की आवश्यकता नहीं है ! लेकिन मै कभी कभी यह सोचता हूँ की क्या वाकई में उनके जीवन को नीलम रत्न ने प्रभावित किया अथवा कोई अन्य ज्योतिषीय कारण भी उनकी कुंडली में मौजूद है जिनके कारण उन्हें अनेक कठनाइयों के बाद दोबारा सफलता प्राप्त हुई ?
चलो आज हम श्री मान अमिताभ बच्चन की कुंडली का निरिक्षण कर उपरोक्त कारणों का अधयन्न करेंगे और जानने की कोशिश करेंगे की नीलम रत्न धारण करने से उनका जीवन किस प्रकार प्रभावित हुआ !

दोस्तों मैंने इन्टरनेट पर मौजूद अमिताभ बच्चन की जन्म तिथि का इस्तेमाल कर यह कुंडली बनाई है और इसी के आधार पर हम निरिक्षण करेंगे ! दोस्तों इन्टरनेट पर मौजूद जन्म थिति के के हिसाब से अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्तूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में शाम को 4 बजे हुआ ! इस जन्म तारिक के हिसाब से उनकी कुम्भ लग्न की कुंडली बनती है ! और लग्न का स्वामी गृह शनि कुंडली के चौथे भाव में विराजमान है ! दोस्तों लग्न का स्वामी गृह मित्र राशी में यदि केंद्र में स्थित हो तो यह एक अच्छा योग होता है ! जीवन की कामयाबी का सबसे बड़ा रिश्ता हमारे लग्न के स्वामी गृह से होता है यदि लग्न के स्वामी गृह की स्थिति कुंडली में अच्छी हो तो जीवन में अनेको परिशानियों के बावजूद कामयाबी अवश्य प्राप्त होती है !
अमिताभ बच्चन ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत सन 1969 में की थी ! यदि उनकी दशाओं पर ध्यान दे तो उस समय गुरु की महादशा चल रही थी परन्तु सन 1971 में आनंद फिल्म से वे फिल्मो में सफलता की ओर अग्रसर हुए ! फिल्म आनंद के लिए उन्हें फिल्म फेयर की तरफ से सर्वश्रेष्ट सहायक कलाकार का गौरव प्राप्त हुआ ! दोस्तों मै यहाँ यह बताना चाहता हूँ की जनवरी 1971 से उनकी शनि की दशा प्रारंभ हो चुकी थी ! मै हमेशा अपने सभी लेखों में इस बात का उल्लेख अवश्य करता हूँ की यदि सही समय पर अच्छे ग्रहों की दशाये जीवन में आ जाये तो कामयाबी के अवसर बढ़ जाते है ! परन्तु जीवन में कई बार ऐसा भी समय आ जाता है की पिछली करी हुई सारी मेहनत व्यर्थ हो जाती है और इंसान दोबारा उसी मोड़ पर आकर खड़ा हो जाता है जहाँ से शुरुआत करी थी ! कुछ ऐसा ही हुआ अमिताभ बच्चन के साथ, 1996 के दौरान उन्हें कई संकटों का सामना करना पड़ा ! मै इस बारे में अधिक नहीं जनता परन्तु जब उन्होंने किसी ज्योतिषीय सलाह से नीलम रत्न धारण किया तो उन्हें कौन बनेगा करोड़ पति के माध्यम से एक नई शुरुआत करने का मौका मिला और उन्होंने फिर दोबारा पीछे मुड़ कर नहीं देखा !
इसीलिए कहते है की यदि जीवन की कठनाइयों में किसी अनुभवी ज्योतिष की सही सलाह मिल जाए तो जीवन का रुख बदल जाता है ! और भी कई तथ्य अमिताभ बच्चन की कामयाबी से जुड़े है, परन्तु मै इस बात से पूरी तरह सहमत हूँ की नीलम रत्न का धारण करने का उनका फैसला बिलकुल सही था और उन्होंने कामयाबी को दोबारा प्राप्त किया ! परन्तु दोस्तों जैसा की मैंने पहले भी अपने लेख [ नीलम रत्न ] में लिखा है की यदि नीलम धारण करना है तो मेहनत अवश्य करनी पड़ेगी क्योकि शनि एक मेहनत प्रिय और इमानदार गृह है और इसका रत्न नीलम सिर्फ मेहनती और इमानदार लोगो को रास आता है और यह बात श्री अमिताभ बच्चन को देखते हुए सोलह आने सच साबित होती है !
धन्यवाद मुझे आशा है की आपको मेरा ये लेख अवश्य पसंद आएगा !
लेखक
ज्योतिषी सुनील कुमार