यदि कुंडली के तीसरे भाव में चन्द्र हो तो जातक अत्यधिक मददगार होता है, वह जीवन भर अपने भाई बहनों की मदद करता है परन्तु जब उसे जरुरत होती है तो कोई उसकी मदद नहीं करता, तीसरे भाव में चन्द्र यदि शुभ स्थिति में न हो तो जातक बार बार व्यवसाय बदलता रहता है, यह चन्द्र विशेषकर जातक की बहनों के लिए अच्छा नहीं होता ! जातक की बहनों के ववाहिक जीवन में हमेशा परेशानिया रहती है ! जातक हमेशा सत्य का साथ देने वाला और अच्छे चरित्र का होता है !
नोट :- उपरोक्त लिखे गए सभी फल वैदिक ज्योतिष और शास्त्रों के आधार पर लिखे गए है ! सभी बारह लग्नो के आधार और अन्य ग्रहों की स्थति के आधार पर फल बदल सकते है
ज्योतिषी सुनील कुमार
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