• चंद्रमा

    चंद्रमा अष्टम भाव में

    वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा मन, भावनाओं, अवचेतन और मानसिक संवेदनशीलता का ग्रह है। अष्टम भाव अचानक होने वाली घटनाओं, गूढ़ विषयों, रहस्य, परिवर्तन, भय, दीर्घायु और गहन अनुभवों से जुड़ा होता है। जब चंद्रमा अष्टम भाव में स्थित होता है तो व्यक्ति का मन सामान्य से अधिक गहराई में काम करता है। ऐसा व्यक्ति जीवन को सतही रूप में नहीं बल्कि भीतर तक महसूस करता है। इस स्थिति में व्यक्ति अत्यंत संवेदनशील और भावनात्मक रूप से गहरा होता है। उसके मन में कई बातें चलती रहती हैं जिन्हें वह आसानी से दूसरों के साथ साझा नहीं करता। वह रहस्यमय स्वभाव…