• चंद्रमा

    चंद्रमा चतुर्थ भाव में

    वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा मन, भावनाओं, माता, स्मृति और आंतरिक शांति का प्रतीक ग्रह है। चतुर्थ भाव सुख, घर, माता, मातृभूमि, संपत्ति और मानसिक संतुलन से जुड़ा होता है। जब चंद्रमा चतुर्थ भाव में स्थित होता है तो व्यक्ति का मन घर, परिवार और आंतरिक शांति से गहराई से जुड़ा रहता है। ऐसा व्यक्ति भीतर से बहुत संवेदनशील और भावनात्मक होता है। उसे अपने घर, अपनी जड़ों और अपने लोगों से गहरा लगाव होता है। घर का वातावरण यदि शांत और प्रेमपूर्ण हो तो यह व्यक्ति मानसिक रूप से बहुत मजबूत रहता है, लेकिन घर में अशांति होने पर उसका…