• चंद्रमा

    चंद्रमा दशम भाव में

    वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा मन, भावनाओं, संवेदनशीलता और मानसिक प्रवृत्ति का प्रतीक है। दशम भाव कर्म, पेशा, सामाजिक प्रतिष्ठा, कार्यक्षेत्र और सार्वजनिक जीवन से जुड़ा होता है। जब चंद्रमा दशम भाव में स्थित होता है तो व्यक्ति का मन अपने काम और समाज में अपनी पहचान से गहराई से जुड़ जाता है। ऐसा व्यक्ति अपने कार्य को केवल जिम्मेदारी नहीं बल्कि भावनात्मक रूप से जीता है। उसे अपने काम में संतोष और मान सम्मान चाहिए। वह चाहता है कि समाज उसे पहचाने और उसके प्रयासों की सराहना हो। कार्यक्षेत्र में उसकी छवि लोगों पर जल्दी असर डालती है। दशम भाव…