कुंडली में आठवां भाव सबसे रहस्यमयी, गूढ़ और परिवर्तनकारी माना जाता है। यहाँ उपस्थित ग्रह जातक के जीवन में गहरी ऊर्जाएँ, अप्रत्याशित घटनाएँ, मानसिक व आध्यात्मिक परिवर्तन लेकर आते हैं। जब सूर्य इस भाव में स्थित हो, तब आत्मविश्वास, अहं, पिता से जुड़े विषय, जीवन में उतार–चढ़ाव और गोपनीय पहलू बहुत महत्वपूर्ण हो जाते हैं। सूर्य आठवें भाव में – संपूर्ण प्रभाव सूर्य यहाँ तामसिक और रहस्यमयी वातावरण के बीच अपनी रोशनी बिखेरता है। जातक जीवन के रहस्यों को समझने वाला, शोधप्रिय, धीरे-धीरे सफलता पाने वाला और अपने अंदर एक गहरी शक्ति रखने वाला बनता है। यह स्थिति व्यक्ति को…