जन्मकुंडली का चौथा भाव सुख, माता, घर-परिवार, संपत्ति, वाहन, मानसिक शांति, जमीन-जायदाद और जीवन की नींव का प्रतिनिधित्व करता है। जब सूर्य इस भाव में स्थित होता है, तो व्यक्ति के पारिवारिक जीवन, मानसिक स्थिरता और संपत्ति से जुड़े मामलों पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। चौथा भाव चंद्रमा का क्षेत्र माना गया है और सूर्य अग्नि तत्व का ग्रह है, इसलिए इन दोनों की ऊर्जा मिलकर जीवन में मिश्रित परिणाम देती है। घरेलू जीवन और माता से संबंध चौथे भाव में सूर्य की स्थिति व्यक्ति को घर में सम्मान और अधिकार देती है, लेकिन कभी-कभी माता से संबंधों में…