• सूर्य

    सूर्य दसवें भाव में

    दसवाँ भाव कर्म, करियर, प्रतिष्ठा, सामाजिक पहचान, प्रसिद्धि और जिम्मेदारियों का घर माना जाता है। जब सूर्य इस भाव में स्थित हो, तो यह ज्योतिष में सबसे शक्तिशाली और शुभ स्थानों में गिना जाता है। सूर्य यहाँ अपनी पूरी चमक के साथ प्रभाव डालता है और व्यक्ति को कर्म, समाज और मेहनत के क्षेत्र में पहचान दिलाता है। स्वभाव और व्यक्तित्व ऐसे जातक आत्मविश्वासी, कर्तव्यनिष्ठ, मेहनती और नेतृत्व गुणों से भरपूर होते हैं। व्यक्तित्व में एक स्वाभाविक authority दिखाई देती है और लोग इन्हें सम्मान से देखते हैं। निर्णय लेने की क्षमता अच्छी होती है और स्थिति को नियंत्रण में…