कुंडली का नवम भाव भाग्य, धर्म, शिक्षा, गुरु, यात्रा, सिद्धांत और जीवन दर्शन का घर माना जाता है। जब सूर्य इस भाव में स्थित हो, तो व्यक्ति के जीवन में भाग्य का विशेष हस्तक्षेप, ऊँचे विचार, धार्मिक/आध्यात्मिक झुकाव और पिता व गुरु से मिलने वाले मार्गदर्शन का गहरा प्रभाव दिखाई देता है। स्वभाव और व्यक्तित्व ऐसे जातक उच्च आदर्शों वाले, नैतिक मूल्यों को मानने वाले और सिद्धांतवादी होते हैं। सत्यप्रिय, आत्मविश्वासी और अपने विचारों पर दृढ़ रहते हैं। इन्हें दूर की सोच, दर्शन और आध्यात्मिक ज्ञान में रुचि रहती है। जीवन में भाग्य कई बार महत्वपूर्ण मोड़ लाता है और…