• सूर्य

    सूर्य सातवें भाव में

    जन्मकुंडली का सातवाँ भाव विवाह, जीवनसाथी, साझेदारी, व्यापारिक संबंध, सार्वजनिक छवि और सामाजिक व्यवहार का प्रतिनिधि है। यह भाव संबंधों की परिपक्वता, सहयोग और संतुलन को दर्शाता है। जब सूर्य इस भाव में स्थित होता है, तो यह रिश्तों में अधिकार, नेतृत्व और आत्मसम्मान का प्रभाव लेकर आता है। सूर्य का तेज यहाँ व्यक्ति को आकर्षक और प्रभावशाली बनाता है, लेकिन रिश्तों में कुछ गर्माहट और अहं भी जोड़ सकता है। विवाह और जीवनसाथी सातवें भाव में सूर्य विवाह को महत्वपूर्ण और जीवन का केंद्र बिंदु बना देता है।जातक को ऐसा जीवनसाथी मिल सकता है जो तेजस्वी, आत्मविश्वासी, प्रभावशाली या…